हर्रैया में दो निजी अस्पताल, एक क्लीनिक सील
एकांश हास्पिटल व ऊं मातेश्वरी मेडिकल सेंटर पर कार्रवाई
प्रशासन की छापेमारी में नहीं मिले कागजात, तीन पर केस
बीएचएमएस की डिग्री पर एलोपैथी की कर रहे थे प्रैक्टिस
हर्रैया। कस्बे में लंबे समय से संचालित हो रहे दो निजी अस्पतालों व एक क्लीनिक पर प्रशासन की गाज गिरी है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/एसडीएम के नेतृत्व में हुई छापामारी में व्यापक अनियमितता मिली है। दोनों निजी अस्पताल व एक क्लीनिक को सील कर दिया गया है। सीएचसी अधीक्षक की तहरीर पर तीनों के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है।
शनिवार सुबह साढ़े सात बजे एसडीएम के साथ सीएचसी अधीक्षक डॉ. आरके सिंह, नायब तहसीलदार निखिलेश कुमार सहित कर्मचारियों की टीम हाइवे से सटे एकांश हास्पिटल पहुंची। मौजूद चिकित्सक बी पांडेय से शैक्षिक अभिलेख व अस्पताल का लाइसेंस आदि अन्य प्रपत्रों को दिखाने को कहा। अस्पताल में संचालित पैथोलॉजी, अल्ट्रासाउंड व एक्सरे का कोई विशेषज्ञ भी नहीं था। चिकित्सक भी बीएचएमएस की डिग्री पर एलोपैथिक इलाज करते पाए गए। मेडिकल स्टोर में भी अनियमितता मिली है जिसे तत्काल सील कर दिया। चिकित्सक के चैंबर, लैब, अल्ट्रासाउंड व एक्सरे कक्ष तथा ऑपरेशन थियेटर को सील करने के बाद छापेमारी टीम यहां पर भर्ती दो मरीजों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हर्रैया में सिफ्ट करा दिया। प्रशासनिक कार्रवाई से अफरा-तफरी मची रही।
बगैर डिग्री ऊं मातेश्वरी में होता था ऑपरेशन
एकांश हास्पिटल को सील करने के बाद पूरी टीम थोड़ी ही दूूरी पर संचालित ऊं मातेश्वरी मेडिकल सेंटर पहुंच गई। यहां मौजूद डॉक्टर आरबी मौर्य से डिग्री दिखाने को कहा जो दिखा नहीं सके। इस अस्पताल में बिना किसी शैल्य चिकित्सक के संचालित ऑपरेशन कक्ष को नियम के खिलाफ पाया गया। जिस पर ताला लगा दिया। मेडिकल सेंटर में ही मेडिकल स्टोर खुला था जिसका लाइसेंस भी नहीं मिला। मेडिकल सेंटर की दवाएं बोरों में भरा कर सील कर दी गईं। यहां मौजूद महिला चिकित्सक के संबंध में पूछताछ की गई। पता चला कि वह एएनएम हैं। अस्पताल में मौजूद चिकित्सक अधिकारियों को ऑपरेशन से जुड़ा कोई आंकड़ा नहीं दे सके। नायब तहसीलदार ने सीएचसी अधीक्षक को चिकित्सक के शैक्षणिक प्रमाण पत्रों सहित अन्य अभिलेखों की गंभीरता से जांच कराने व केस दर्ज कराने का निर्देश दिया।
झोला छाप करते मिले इलाज
दोनों निजी अस्पतालों पर कार्रवाई के बाद भी टीम आगे बढ़ती रही। जहां महूघाट गांव में सड़क के किनारे एक क्लीनिक पर छापामारी की। यहां बिना मेडिकल डिग्री के सत्य प्रकाश नामक झोला छाप लोगों का इलाज करते मिला। प्रशासनिक टीम के अंदर पहुंचते ही चकमा देकर भाग निकला। इस बारे में सीएचसी अधीक्षक की तहरीर पर अस्पतालों के संचालकों पर केस दर्ज कराया गया है।
अभिलेखों की जांच के लिए थाने बुलाया
दोनों अस्पतालों और क्लीनिक पर कार्रवाई विषयक बताया कि ऊं मातेश्वरी के संचालक के अभिलेखों की जांच के लिए थाने पर बुलाया गया है। दो लोग अस्पताल से भाग निकलने में कामयाब रहे हैं। एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया कि अवैध व नियम विरूद्ध् चल रहे अस्पतालों की निगरानी करने के निर्देश दिए हैं। ऐसे लोगों की सूची तैयार कराई जा रही है। सूचना मिलने पर कड़ी कार्रवाई तय है।